मुंबई। फिल्म निर्माताओं द्वारा प्रस्तावित महत्वहीन भूमिकाओं से नाखुश बॉलीवुड अभिनेत्री लारा दत्ता ने अपने लिए खुद एक पटकथा लिखी है। दत्ता ने बताया कि बॉलीवुड के पटकथा लेखक महिलाओं को केंद्र में रखकर कुछ भी नया नहीं लिख रहे हैं। इसी बात ने मुझे पटकथा लिखने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि हिंदी सिने जगत की अधिकांश भूमिकाएं अभिनेताओं को ध्यान में रखकर लिखी जाती हैं और नायिकाओं के हिस्से महज प्रेम करना ही आता है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे निर्देशन में भी हाथ आजमाएंगी? लारा ने कहा कि मैं अभी निर्देशन के लिए तैयार नहीं हूं, लेकिन मैं अपनी फिल्म के लिए अधिक इंतजार नहीं कर सकती। यद्यपि लारा ने भी अपनी पटकथा के बारे में बताया कि यह कोई महिला प्रधान फिल्म नहीं है, बल्कि इसमें नायक-नायिका दोनों को एक समान दर्जा दिया गया है।
Monday, November 17, 2008
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